Paan ke patte ke fayde khansi ke liye

Paan ke Patte (Betal Leaf) for cough

दोस्तो इस बदलते मौसम में जैसा कि आप देख रहे है कि बच्चों से ले कर हमारे बड़े बुज़ुर्गों तक ये खांसी जुकाम एक ऐसा वायरस है जो बहुत जल्दी पकड़ लेता है इस condition  मे Paan ke patte बहुत लाभकारी है अगर हम थोड़ी सी भी सावधानी न बरते हम सोचते है सर्दी चली गई परन्तु ऐसा नहीं होता फरवरी से ले कर मार्च तक ये बदलता मौसम बीमार कर के चला जाता है क्यों कि हम इन दिनों हल्के कपड़े पहनने लग जाते हे जिस वजह से हमें ठंड लग जाती है

अब खांसी सिर दर्द हो होने पर आम तौर पर लोग क्या करते है पैरासिटामोल या रिकॉफास्ट जैसी मेडिसिन का इस्तेमाल करके सोचते है ठीक हो जाएगा परन्तु ऐसा नहीं है दोस्तो असल में ये मेडिसिन आपके नजले को ओर बलगम को अंदर ही जमा देता है और दिमाग में खुश्की भी पैदा कर देती है जिसके नतीजे आगे चल कर बुरे हो सकते है |

Paan ke patte ke fayde (Betel Leaf)

 इस लिए  दोस्तो आपको राम बाण घरेलू उपचार हम आपके लिए ले करके आते है आइए आपको बताता है एक चमत्कारी जड़ी बूढ़ी जिसका नाम है पान का पत्ता 
तो पान के पत्ते में मेडिसिनल प्रॉपर्टीज है जो इसे एक अच्छी औषधि बनातीं है ayurveda में पान के पत्ते का इस्तेमाल सांस की दिक्कतों के लिए काफी समय से किया जाता है पान के पत्ते बंद नाक और सीने की जकड़न के लिए भी किया जाता है सांस लेना आसान होता है|
पान के पत्ते में anti inflammatory गुण  anti bacterial प्रॉपर्टीज है और ये virus को दूर करता है Virus के बार एम अधिक जानने के लिए virus  पर click करके ओर जाने युजेनॉल नाम कॉम्पाउड होता है जो लोग में पाया जाता है जो (antiseptic) का काम करता है जो हमारे इम्यून सिस्टम को भी बना के रखता है |

पान के पत्ते की औषधि विधि :-

  • 2 पान के पत्ते 
  • अदरक (Ginger) 1 piece
  • 2 या 3 लॉन्ग
  • शयद (honey) 1 tea spoon
  • डेढ़ कप पानी
  • सबसे पहले पान के पत्ते को छोटे छोटे कट कर लीजिए  अब एक बर्तन में  डेढ़ कप पानी डाल कर  पान के पत्ते के छोटे-छोटे टुकड़े ओर कद्दू कस करके अदरक ओर लॉन्ग इसमें डाल कर इससे अच्छे से पकाइएतब तक पकाइए जब तक डेढ़ कप पानी से 1 कप पानी न रह जाए |
  • इसे एक कप में डाल कर इसमें  1 चमक शहद डाल कर पीजिए बेहतर होगा अगर हल्का सा गरम हो तब आप इसमें शहद डाल कर  पिए इसे सुबह नाश्ते से कुछ देर के बाद ओर रात को सोने से पहले दो बार इसका सेवन करने से रुकी हुई छाती और बलगम जैसी बीमारी चूमंतर हो जाएगी |